सफलता के लिए महत्वपूर्ण कामों को पहले पूरा करें

चुनौती स्वीकारें: महत्वपूर्ण कामों से न बचें

सफलता के लिए महत्वपूर्ण कामों को पहले पूरा करें


इसे अपने लिए एक इम्तिहान मानें। इसे व्यक्तिगत चुनौती की तरह देखें। ख़ुद को आसान काम से शुरुआत करने के लालच में कतई न फँसने दें। अपने आपको लगातार यह याद दिलाते रहें कि आपके सबसे महत्वपूर्ण दैनिक निर्णयों से एक यह है कि आप कौन सा काम तुरंत करेंगे और कौन सा काम बाद में, बशर्ते आपको उसके लिए पर्याप्त वक़्त मिल पाए।।

मेंढक निगलने की आदत: सुबह से कठिन काम निपटाएं


आप सुबह-सुबह ही अपने सबसे बड़े काम से जूझने की आदत डाल लें। कोई भी दूसरा काम करने से पहले "मेंढक निगलने" का नियम बना लें। और हाँ, इस बारे में ज़्यादा सोच-विचार करके अपना कीमती वक़्त बर्बाद न करें।

सफलता की आदतें डालें


ज़िंदगी और कामकाज में आपकी सफलता इस बात से तय होगी कि आपकी समय संबंधी आदतें कैसी हैं। प्राथमिकता तय करने, टालमटोल छोड़ने और अपने सबसे अहम काम में जुटने की आदत एक मानसिक व शारीरिक क़ाबिलियत है।

अच्छी लत डालें

 आप दरअसल एंडॉर्फिन्स की "अच्छी लत” डाल सकते हैं। नतीजा यह होगा कि ज़्यादातर वक्त आपके मन में अधिक स्पष्टता, आत्मविश्वास और सक्षमता की भावनाएँ रहेंगी।

आदत का जादू: महत्वपूर्ण कामों को पूरा करने की कुंजी


अद्भुत जीवन जीने, सफल कैरियर बनाने और अपने बारे में ज़बर्दस्त महसूस करने की एक कुंजी है महत्वपूर्ण काम शुरू करने व पूरा करने की आदत डालना। जब आप ऐसा कर लेते हैं, तो यह व्यवहार आपके लिए खुद-ब-खुद सहज और स्वाभाविक होता जाएगा। फिर आपको महत्वपूर्ण कामों को अधूरा छोड़ने के बजाय उन्हें पूरा करना ज़्यादा आसान लगने लगेगा।

अभ्यास का कमाल: माहिर बनने का सरल तरीका


अभ्यास किसी भी योग्यता में माहिर होने की प्रथम कुंजी है।
सौभाग्य से, आपका मस्तिष्क माँसपेशी जैसा होता है। यह इस्तेमाल के साथ ज़्यादा ताक़तवर और सक्षम बनता जाता है। अभ्यास करके आप कोई भी व्यवहार सीख सकते हैं या कोई भी आदत डाल सकते हैं,

नई आदत डालने के तीन सूत्र


एकाग्रता और फ़ोकस करने की आदतें डालने के लिए आपको तीन मुख्य गुणों की ज़रूरत होती है, जिन्हें आसानी से सीखा जा सकता है। ये तीन गुण हैं: निर्णय, अनुशासन और संकल्प।

सबसे पहले तो काम पूरा करने की आदत डालने का फैसला करें। दूसरा, जो सिद्धांत आप सीखने जा रहे हैं, उनका बार-बार अभ्यास करने के लिए खुद को तब तक अनुशासित करें, जब तक कि वे स्वचालित न बन जाएँ। और तीसरा, आप जो भी करते हैं, उसमें संकल्प का पुट डालें, जब तक कि आदत न पड़ जाए और यह आपके व्यक्तित्व का स्थायी हिस्सा न बन जाए।

खुद की कल्पना उसी रूप में करें, जैसे आप बनना चाहते हैं


एक ख़ास तरीक़ा अपनाकर आप ज़्यादा उत्पादक, प्रभावी और कार्यकुशल व्यक्ति बनने की दिशा में तेज़ी से तरक्की कर सकते हैं। कर्म-केंद्रित, फटाफट काम निबटाने वाले और एकाग्रचित्त व्यक्ति बनने के पुरस्कारों और लाभों के बारे में लगातार सोचते रहें। अपने बारे में यह धारणा रखें कि आप अपने महत्वपूर्ण काम फ़ौरन और बहुत अच्छी तरह पूरे करते हैं।

अपने भविष्य का निर्माण: कल्पना के जरिए आत्मछवि बदलें


अपने बारे में आप जो मानसिक चित्र बनाते हैं, उसका आपके व्यवहार पर बहुत असर होता है। अपनी कल्पनाओं में खुद को एक ऐसे शख्स के रूप में देखें, जैसे आप भविष्य में बनना चाहते हैं। आपकी आत्मछवि मन ही मन खुद को देखने का तरीका काफ़ी हद तक आपके बाहरी प्रदर्शन को तय करती है। बाहरी ज़िंदगी के सभी सुधार भीतरी सुधार आपके मानसिक चित्रों से शुरू होते हैं।

टालमटोल बाय-बाय


जब आप दोहराव और अभ्यास के ज़रिये टालमटोल छोड़ने और अपने सबसे अहम काम फ़ौरन पूरे करने के लिए खुद को प्रशिक्षित कर लेते हैं, तो आप तेज़ी से एक्सीलरेटर दबाकर अपने जीवन और कैरियर के द्रुतगामी रास्ते पर पहुँच जाएँगे।

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